MahaMasaan (Hindi) - First Part
21 parts Ongoing ⚠️ यह उपन्यास भारतीय पौराणिक कथाओं से प्रेरित काल्पनिक कृति है। इसे धार्मिक ग्रंथ के रूप में या किसी धार्मिक विश्वास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नहीं लिखा गया है। इस कहानी में पौराणिक तत्वों को सृजनात्मक कल्पना के साथ मिलाकर एक मौलिक कथानक प्रस्तुत किया गया है।
जीवन, मृत्यु और मोक्ष का चक्र मणिकर्णिका घाट, वाराणसी में पिछले 3,000 वर्षों से जलते हुए पवित्र अग्नि पर निर्भर है। यदि यह चक्र टूट जाता है, तो हमारा ब्रह्मांड आत्माओं का निवासस्थल बन जाएगा।
एक अवर्णनीय अज्ञात ऊर्जा, तांत्रिक पशुपतिनाथ के रूप में, इस चक्र को तोड़कर अपनी आत्माओं का राज्य स्थापित करना चाहता है और इसके लिए पवित्र जल प्राप्त करता है। पवित्र अग्नि खतरे में है।
हालाँकि, पवित्र अग्नि का रक्षक भैरव है, जो अपने सच्चे स्वरूप की खोज में है। उसके शुभचिंतक मानते हैं कि वह भगवान् महाश्मशान नाथ है,