ये कहानी है । बहुत पुराने ज़माने की जहाँ बच्चे जंगल के रास्ते से जाने मे डरा करते थे । ओर कहते थे । कि वहाँ शैर चीते भूत-प्रेत रहते है । उस रास्ते से कोई न जाये इसलिए कि वहाँ रात को जाने मे ख़तरा है । ओर गांव के ठाकुर ने मना किया था । कि वहां कोई उस रास्ते से कोई न जाये क्योंकि वहाँ ख़ोफ़नाक़ शैर चीते आदि रहते है । क्योंकि उस रास्ते पर ठाकुर (दुरपाल सिंह ) के ख़ैतो के जाने का रास्ता था । तथा वह इक नज़दीक रास्ता भी था । इसलिए गांव वाले उस रास्ते से जाते थे । ओर उसी गांव मे इक विक्रम नाम का लड़का रहता था । जो इन गांव वालो की अफवाह की बातो से डरा रहता था । ओर वह अपने पिता के साथ नज़ीद रास्ते से सगं आता था । ओर सुबह अकेले लम्बे रास्ते से घर जाता था । ओर कैसे उसने अपने डर का सामना किया मे इस कहानी मे बताने जा रहा हूँ ।