भाग-2(एक सपना )

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आँखों के सामने से उसका चेहरा धुंदला पड़ता जा रहा है। हर दिन कोशिश करता हूँ इस धुंदलेपन को साफ करने की। कुछ दिनों से उसका ख्याल रखना छोड दिया है, मैंने क्योंकि अब माँ उसकी देख-रेख करने लगी है, और जिस औरत ने मेरे जैसे मुश्किल लड़के को बड़ा कर दिया है, उसपर शक करना नामुमकिन है। जब से मैं उसके पास आया हूँ, मैंने अपने आप को थकने नहीं दिया। अब माँ एक बहाना बन गई है, फिर से थकने का। क्यों मुझे हर जगह बस थकान का इंतजार होता है? क्या ऐसा बस मैं हूँ? आपको भी ऐसा महसूस होता होगा न? मुझे नहीं लगता कि इस दुनिया में कोई भी इंसान अलग है। हम सब एक जैसे हैं, बस बाहरी रूप सबका अलग है, वो भी हम बना देते हैं। सब डरते हैं किसी के जैसा बनने में।

उसकी नजरों से दुनिया देखने लगता हूँ कभी-कभी। मेरी नजरें तो धुंधली हैं, उसकी से सब साफ दिखता है। हर तरफ बस मैं ही दिखता हूँ। बस मैं। बाकी सब धुंधला हो जाता है। बस वो ओर मैं।

मैं कितना कमजोर हूँ, हर बार उसको इंतजार करने के लिए दरवाजे पर छोड़ आता हूँ, और वो पागल मेरे इंतजार में वही खड़ा होता है। मत कर मेरा इंतजार... चला जा, नहीं होगा मुझसे फिर से तेरे पास आकर तुझसे दूर चले जाना। सच, उसे भी पता है, और मुझे भी। हम मिलेंगे और फिर एक दूसरे की ओर देखते हुए दूर होते जाएंगे, बहुत दूर।

सुन, तुझे एक बात बतानी है, अगर मैं तुझसे नजरें फेर लूं तो तू मुझसे नाराज़ मत होना, मेरा दिल तेरे पास ही छोड़ के जाऊंगा । ख़याल रखना, उसका और अपना। तू वैसे भी मुझसे ज्यादा सहेंशील है। सब सिखाया है, ना तुझे? ये समय गुजर जाएगा। वैसे भी, तुझमें मेरा खून नहीं है, तो तू थकेगा नहीं, चलता रहेगा, दौड़ता रहेगा, उड़ता रहेगा।

क्या मेरे थकने का असर उस पर भी पड़ता होगा? शायद अच्छा है, मुझसे दूर हो वो।एक शाम, माँ ने पूछा, 'क्या तुझे उससे प्यार है? क्यूंकि इतना खुश तुझे हमने हमारे साथ तो नहीं देखा।' मुझे कुछ बोलने में समस्या हो गई। कहने को तो उन्होंने सच ही कहा है । इतना खुश, मैं बस उसके साथ ही होता हूँ। कुछ अलग सा होता है उसके साथ होने पर। मैं वर्तमान में जीने का अहसास करने लगता हूँ। इंसान के जीवन में सबसे मुश्किल यही होता है। हम सभी के लिए वर्तमान में जीना बहुत कठिन हो जाता है। हम सभी में से बहुत से लोग, ख़ासकर मैं, गुजरे हुए कल से खुशी और आने वाले कल में जीने की खोज करते हैं। यह सही तो नहीं है, पर मेरे जैसे लोग जल्दी थक जाते हैं और हमारे लिए यह वर्तमान में जीना बहुत कठिन बना देता है । प्यार को इंसान ने बहुत मुश्किल विषय बना दिया है।

वक्त तेजी से गुजर रहा था , और अब वो मेरे हाथ नहीं आता । हमारे जीवन में भरपूर तेजी से बदलाव आ रहा था ।आज, उसके पैरों से आने वाली मटमेली खुशबू मेरी नाक तक पहुंच गई। मेरे कमरे के हर कोने में मैंने उसकी परछाई बना ली । वह अपनी काली घेरी आँखों से मुझे देख रहा होगा। धीरे धीरे उसकी आँखें बंद हो जाएंगी और परछाई गायब हो जाएगी, और मेरी आँखें फिर से खुल जाएंगी। मैं फिर से थक जाऊंगा । मैंने भी तुझे मेरे पास सोने दिया था ना ,अब आज मुझे सो जाने दे, तेरे पास ही?

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⏰ Last updated: Oct 19, 2023 ⏰

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