जिंदगी में कई दफा
लोगो का हाथ छूटा,
दोस्तो का साथ छूटा
परिवार में संबंध टूटा,
बस एक बार मोबाइल से मुझे जानने वालों के नंबर क्या मिट गए ,
लोगों ने अपनी जिंदगियों से ही मुझे मिटा दिया |
ऐसा कर मुझ से सारे ,
सामाजिक संबंधों का नाता तोड़ा
नितांत अकेला कर मुझे ,
सदा के लिए मुझे मेरे हाल पर छोड़ा
जिंदा होने पर भी ,
मुझे सामाजिक रूप से मुर्दा कर छोड़ा ||
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Anguished cries
Randomhandwritten poetry or diary account collection of my own life