दोहा

5 0 0
                                    

गुरु बिन ज्ञान ना बांटे कोई

गुरु बिन सखा ना कोई

गुरु बिन पहचान ना कोई 

अगर होय गुरु का साथ

तो लगे ना चोट कोई!

Teacher's जहाँ कहानियाँ रहती हैं। अभी खोजें