शक़्ल पे मत जाना उनकी वह सबसे बेहतर वालीद़ हैं,
दुनिया के ग्यान से परे किया वह सबसे बेहतर ख़ालीद़ हैं!जब भी टूट कर बिखर गया तु उसने तुझको जोड़ दिया,
तेरी हर नादानी मुआफ़ कर दे वह ख़ुदा से बेहतर मानींद हैं!झ़ील
मानींद = समान सद्रुष्य तुल्य ऐसा जैसा
वालीद = पिता गुरू
खालीद = अमर अनंत