भगवान बचाए

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भगवान बचाए ऐसे आदमी से जो भरी महफ़िल इज़हार करते है ,

भगवान बचाए ऐसे मानव से जो नज़रों से दिल का शिकार करते हैं,

भगवान बचाए मेरे यार की उन दिलकश बाहों से जो दुनियां से छुपा स्वर्ग का द्वार खोला करते हैं,

भगवान बचाए हमे हमारे प्रिय से जो तीर - तलवार छोड़ अंदाज़ - ए -जुबां से वार किया करते हैं,

भगवान बचाए हमे इस जोनूनियत-ए-इश्क़ से जो सरताज-ए-जहां को भी फकीर बनाया करते हैं,

भगवान बचाए हमे उस आलम-ए-रोज़ से जहा दो दिल चार हुई अखियों के बंधन से बंध जाया करते हैं ,
भगवान ही बचाए,

अब तो बस वो ईश्वर ही बचाए ।

सिला-ए-दिलगि Where stories live. Discover now