एक बैंक ऐसा है जिसमें हम सभी अपनी जिंदगी में जाते हैं
जमा कुछ नहीं करते मगर अपने मनचाहे पैसे निकलवाते हैं
न किसी फीस की है कोई चिंता न कम बेलेंस का ही है कोई डर
अचरज न करो मेरे भाई,उस बैंक को सब "पिता" बताते हैंअनुज
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शायरी ,कविता, प्यार और कुछ जिंदगी
Poetryकुछ कविताएँ कुछ शायरी ,कुछ जिंदगी की बातें ,जिनको पढकर आप अच्छा महसूस करेंगे