अमन एक middle class फैमिली से belong करता है। और पढाई में भी बहुत होशियार है। साथ ही अमन एक साफ़ और सच्चे दिल का इंसान है। तो आइये सुनते हैं अमन की कहानी ......
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HI guy's मैं हूँ अमन ... तो आइये शुरू करते हैं , ये बात तब की है जब मैं चेन्नई में न्यू sift हुआ था ।
_______________________________Suneel - " यार अमन कल से अपना college शुरू हो रहा है और मुझे अभी तक ये समझ नहीं आ रहा के कल मैं क्या पहन कर जाऊं। " 😩
Aman - " क्या लड़कियों जैसी बातें कर रहा है .. कुछ भी पहन जा क्या फर्क पड़ता है। " 😕
Suneel - " अबे फर्क पड़ता है , और तू क्यों इतना चम्पू type बन के घूमता है दिन भर ... chill मार यार । "
Aman - मुझे तो बस इतना पता है की हम यहाँ पढ़ने आये हैं ना की फ़ैशन करने ।
Suneel - ohh sit ... तू और तेरा ज्ञान .. चल छोड़
.. बैसे यार कल तू भी थोडा ढंग के कपडे पहन के आना , impression मत बिगाड़ लियो पहले ही दिन।Aman - ok bye ... मैं सोने जा रहा हूँ ... तू लगा रेह अपनी इन फ़ालतू की बातों में ।
और मैं इस conversation को over करके सोने चला गया।
________________अगले दिन | सुबह |
_________________Suneel - चल भाई जल्दी .. late हो जायेंगे नहीं तो।
Aman - हां चल ।
और हम college के लिए निकल गए । college पहुँचने के बाद मैं सीधा अपनी class की ओर ही जा रहा था कि तभी मुझे पीछे से एक सुरीली आवाज आई ।
" सुनिए .... वो आपका पर्स गिर गया है । "
जैसे ही मैं पीछे मुड़ा तो देखा की एक लड़की मुझे जमीन पर पड़े उस पर्स की ओर इशारा करते हुए बोल रही थी।
और इतना कह कर class की तरफ चली गई। और मैं भी अपना पर्स उठा कर class attend करने चला गया।
क्या सादगी थी और क्या अंदाज ..... पहली ही नजर में उस लड़की की सूरत और सीरत मेरे दिल में बस गई थी।
मैं class में पहुंचा तो देखा की वो लड़की मेरी class में ही पड़ती है ... ना जाने क्यों ... लेकिन ये जानकर मैं बेहद खुश था।
टीचर पढ़ाती रहीं .... और मैं बस उस लड़की को ही देखता रहा ... पता नहीं ये मुझे क्या हो रहा था,
आज से पहले कभी मेरे साथ ऐसा नहीं हुआ था ... वो feeling वाकई बहुत अच्छी थी।उसकी आँखे , उसका रंग रूप ... और उसकी सादगी ... मानो मैं तो दीवाना ही हो गया था।
जैसे ही class खत्म हुई वो अपनी new सहेलियों के साथ केन्टीन में चली गई ।
और ना चाहते हुए भी मैं उसके पीछे पीछे केन्टीन चला गया ... शायद ये बात उसने notice कर ली थी।
मैं बहुत हिम्मत करके उसके पास गया और उससे थैंक्स कहा तो उसने भी welcome में अपना जवाब दिया और मुझे यहीं बैठने को पूछा।
और मैने तुरंत हां कह दी .......
Hi .... मेरा नाम रूकसार है । उसने मेरी तरफ अपना हाथ बढ़ाते हुए कहा ।
और फिर मेने भी उसकी ओर काँपता हुआ हाथ बड़ा कर अपना intro दिया ।
इसी तरह वो मेरे साथ पूरे 5 min रुकी और फिर अपनी सहेली के साथ चली गई।
मेरे लिए ये 5 min मेरी लाइफ के सबसे best 5 min थे , और मैं काफी खुश था कि वो मेरी दोस्त बनी ।
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तू चाँद सा ✓
Teen Fictionइस काहानी का नाम " तू चाँद सा " ही क्यों रखा ? अगर आपके मन में ये सबाल आया है;तो यकीन मानिए कहानी का सारांश आपके दिल में घर कर जायेगा । ये कहानी एक ऐसे प्रेम को दर्शाती है जो Unconditional है । इस प्रेम कहानी के सुख - दुःख को केवल वही समझ सकता है...