ओए अमन , सुन ...
" हाँ बोल "
" अरे वो निकुंज सर नें बोला है , कि अब हम सब यहाँ से निकलने वाले हैं , तो तुम दोनों जल्दी से बाहर आ जाओ , " सुनील ने कहा ।
" हाँ , हम आते हैं , " मैंने जबाब दिया ।
हम दोनों उठे और मंदिर के बाहर की तरफ चल दिए ।
[ बस में ]
सुनील - " सुन Bro , ये फारूक रुख़सार से कुछ ज्यादा ही नहीं चिपक रहा 😏
मैं - " हाँ बे । मेरा तो मन कर रहा है , इसको मैं ही चिपका दूँ 😡 ।
सुनील - " क्या ? 😶
मैं - " चांटे , और क्या 😕😕
सुनील - " Ooo हाँ ... वो तो मेरा भी मन कर रहा है , कमीना भाभी पे Line मार रहा है 😡। तू एक बात बता , भाभी पे कुछ Impression जमाया या नाक कटवा दी मेरी 😁 ।
" भाई बहुत impress हुई , मेरी तारीफ़ भी की ," मैंने शरमाते हुए कहा ☺☺😊
सुनील - " सही है Bro , लगा रेह , मेरा आशीर्वाद तो वैसे भी तेरे साथ ही है 😃😃
एकदम बस रुकी .... शायद टायर पंचर हो गया था ।
हम सब नीचे उतर आये ...." Guy's ... अभी बस को ठीक करने में आधा एक घंटा लग जायेगा , तो तुम लोग आस पास घूम लो , लेकिन कोई भी दूर नहीं जाएगा। पास की दुकानें ही देख लो। और हाँ ... 40 Min के बाद सब लोग मुझे यहीं मिलने चाहिए। " कहते हुए निकुंज सर ड्राइवर के पास उसकी Help करवाने चले गए।
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तू चाँद सा ✓
Teen Fictionइस काहानी का नाम " तू चाँद सा " ही क्यों रखा ? अगर आपके मन में ये सबाल आया है;तो यकीन मानिए कहानी का सारांश आपके दिल में घर कर जायेगा । ये कहानी एक ऐसे प्रेम को दर्शाती है जो Unconditional है । इस प्रेम कहानी के सुख - दुःख को केवल वही समझ सकता है...