मुझ पर भरोसा रखना
मैं गुम भी गया तो भी
लौट आऊँगा!मैं वो ख़याल ही तो हूँ
जो तुम सब में है,
एक साथ, शाश्वत,
एक लय एक ताल में!ख़याल कि हम वतन हैं,
वतन ही हम हैं,
और रहेंगे सदा!मुझ पर भरोसा रखना
मैं गुम भी गया तो भी
लौट आऊँगा!
- आशुतोष मिश्रा
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दरवाजे पर दस्तक
Poetry[Highest rank: 34] तेरी मासूमियत को मेरी रूह चूमती थी, तेरी रूह को मेरी नवाजिश रास आती थी! It's a collection of my Hindi/Urdu Poetry.