Hello Everyone,
Priest: Now Bride and Groom stand for Saat phere.
First Vow (प्रथम पद)
तीर्थव्रतोद्योपन यज्ञकर्म मया सहैव प्रियवयं कुर्याय वामांगमायामि तदा त्वदीयं ब्रवीति वाक्यं प्रथमं कुमारी !!
कन्या अपने पहले वचन में वर से कहती है कि यदि आप कभी तीर्थयात्रा को जाओ तो मुझे भी अपने संग लेकर जाना। कोई व्रत-उपवास अथवा अन्य धर्म कर्म का कोई कार्य करें तो आज की भांति ही मुझे अपने वाम भाग में अवश्य स्थान दें। यदि आप इसे स्वीकार करते हैं तो मैं आपके वामांग में आना स्वीकार करती.
Meaning : The girl tells the groom in her first promise that if you ever go on a pilgrimage, take me along with you. If someone does any work of fasting or other religious work, then like today, definitely give me a place in your left side. If you accept it, I accept to come to your request.
Second Vow (द्वितीय पद)
पुज्यो यथा स्वौ पितरौ ममापि तथेशभक्तो निजकर्म कुर्या:
वामांगमायामि तदा त्वदीयं ब्रवीति कन्या वचनं द्वितीयम!!भावार्थ : कन्या अपने दूसरे वचन में वर मांगती है कि जिस प्रकार आप अपने माता-पिता का सम्मान करते हैं, उसी प्रकार मेरे माता-पिता का भी सम्मान करें तथा कुटुम्ब की मर्यादा के अनुसार धर्मानुष्ठान करते हुए ईश्वर भक्त बने रहें तो मैं आपके वामांग में आना स्वीकार करती हूं।
YOU ARE READING
𝐆𝐇𝐀𝐓𝐁𝐀𝐍𝐃𝐇𝐀𝐍 (COMPLETED)
隨機Hello Everyone, Come and join the meeting two beautiful souls who are going to be bonding with beautiful future.