नदी किनारे बैठा था
जब महसूस उसका हाथ हुआ
मुड़ के देखा तो
मेरी काली ज़िंदगी को
उसने रोशनी के गुलाल से
रंग दिया था ।।
![](https://img.wattpad.com/cover/71142068-288-k510407.jpg)
Roshni
नदी किनारे बैठा था
जब महसूस उसका हाथ हुआ
मुड़ के देखा तो
मेरी काली ज़िंदगी को
उसने रोशनी के गुलाल से
रंग दिया था ।।
YOU ARE READING
A POETIC JOURNEY THROUGH THE THOUGHTS OF HIS MIND
#englishpoems
#lifelessons
#love
#poems
#romance
#shortpoems
#ती
#प्रेम
#मराठीकविता
#हिंदीकविता
नदी किनारे बैठा था
जब महसूस उसका हाथ हुआ
मुड़ के देखा तो
मेरी काली ज़िंदगी को
उसने रोशनी के गुलाल से
रंग दिया था ।।