हर कोई

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हर कोई जाने के लिए आता है
आके रुक जाना
हर किसी की फितरत में
नहीं होता है ।

मुसीबत में हो आप
ये हर कोई तो जानता है
चंद लोग सामने बोलते है
हर कोई पीट पीछे बोलने वाला
बेशर्म नहीं होता है ।।

प्यार तो हर कोई करता है
लेकिन सच्चा तो
नसीब वालो को मिलता है
लेकिन हार नहीं मानता वो
हर कोई नहीं कर सकता जो ।।

अंत आते ही
हर कोई सच उगल देता है
जिससे वो प्यार करते है
उनका नाम बता देते है
लेकिन ऐसा करना हर कोई नहीं चाहता
जाने अनजाने में वो है हो जाता है ।।

दास्ताँ हमारीWhere stories live. Discover now