Samaj or Society

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वो हमारे दिलों पर राज करता है
वो क्या कहेगा
ये सोच में ही हर कोई डूबा रहता है
चाह कर भी हम
उसका डर दूर नहीं कर पाते है ।।

जन्म ले लेते है कुछ लोग
जो उसके खिलाफ चले जाते है
चाह हो मन में
तो ही वो कुछ कर पाते है
क्योंकि उसके खिलाफ जाने की
हिम्मत काम लोग ही कर पाते है ।।

दास्ताँ हमारीUnde poveștirile trăiesc. Descoperă acum