मरने के बाद भी अपने लोगो के hoarding लगाके
उनको श्रंद्धाजलि देने वाले
उन शहीद जवानों के
परिवारों की भावना क्या समझेंगे ।Ac की गाडी में घूमने वाले हम
एक जगह खड़े रहने की
भावना क्या समझेंगे ।हर दिन
अपने बीवी के shopping bags उठाने वाले हम
वोह guns और grenade वाली
बैग उठाने की भावना क्या समझेंगे ।थोड़ीसी ठंडी लगने पर
5-6 sweater पहनने वाले हम
Siachin में एक sweater पेहेन के
रात भर घूमने की भावना हम क्या समझेगें ।कभी भी उठाने वाले हम
चलो कभी तोह time पे उठथे है
अपने देश के लिए जो जान देते है
उनकी भावनाये जरा समझ के लेते है ।