【Shruti Aur Uska Ghar】

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श्रुति मेरे घर आई और हम तीनों ने काफी गंभीरता से उस बारे में चर्चा की ।

हमें बात करते करते लगभग दो या ढाई घण्टा हो गया था। फिर बड़ी ही लंबी discotion के बाद माया और श्रुति अपने अपने घर की तरफ रवाना हो गयी।

सारा दिन यूँ ही बीत गया ।

फिर रात आई ( श्रुति के घर पे )

रात के करीब 9:00 बज रहे थे। बाहर गुप्प सन्नाटा था। बस हर दो तीन minut में एक हवा का हल्का सा झोंका अपनी आवाज सुना जाता था।

श्रुति बाजार से अभी अभी ही आई हुई थी। किचिन में जा कर पानी ही पी रही थी की उसे किसी के रोने की आवाज आने लगी।

" कौन है ... " श्रुति ने डरते हुए आवाज लगाई।

लेकिन सामने से कोई जवाब नहीं आया।

" लगता है मेरे ही कान बज रहे है .." श्रुति ने खुद से ही मन ही मन में कहा और बैडरूम की तरफ बढ़ चली।

उसे लगा जेसे उसके पीछे पीछे कोई चल रहा है , श्रुति बार बार पीछे मुड़के देखती तो उसे वहाँ कोई भी दिखाई नहीं देता।

खैर श्रुति कमरे में पहुंची। गर्मी थी इसलिए AC चालू करके टीवी देखने लगी।

कुछ पांच मिनट ही हुए होंगे टीवी देखते हुए की अचानक टीवी बंद हो गई।

" अरे ये टीवी को क्या हुआ , लाईट भी है और AC भी चल रहा है " श्रुति ने बड़बड़ाते हुए कहा।

कमरे से उठ कर श्रुति अपने भाई के कमरे में गई जहाँ टीवी चल रही थी। और वहाँ की टीवी को चलते देख खुद से ही अपनी टीवी खराब होने की शिकायत करते हुए अपने कमरे की तरफ बढ़ ही रही थी की अचानक .......

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LIGHT गुल हो गई।

" यार इसे भी अभी जाना था , और ऐसा कहकर आहिस्ते आहिस्ते अँधेरे में अपने कमरे में पहुंची तो देखा की कमरे की टीवी अचानक चालू हो गई।

श्रुति सकपका सी गई थी। उसे समझ ही नहीं आ रहा था की ये हो क्या रहा है।

The Haunted Village #KULDHARA/indiaWhere stories live. Discover now