【Maya is Missing ...】

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टेंट तैयार था और लगभग शाम होने वाली थी। हम सब एक अन्होने डर से बंधे हुए टेंट के अंदर आकर बैठ गए।

' अगर प्लान में कुछ गड़बड़ हुई तो ....  हम क्या करेंगे ,' श्रुति बोली।

" तुम चिंता क्यों करती हो ऐसा कुछ भी नहीं होगा सब प्लान के हिसाब से ही होगा ,' माया ने अपने प्लान पर विश्वाश जताते हुए कहा।

" माया ... i think श्रुति ठीक बोल रही है , हमे रिस्क नहीं लेना चाहिए हमे प्लान ( B ) भी तैयार रखना चाहिए। मैनें कहा।

' ठीक है ... अगर आप लोगों को ऐसा लगता है कि मेरा प्लान काम नहीं करेगा तो मेरा यहाँ क्या काम ..." और ऐसा कहकर माया टेंट से बाहर निकल गयी।

" यार ये तो बुरा मान गई .... और ऐसा कहकर में और श्रुति बाहर निकले तो देखा की माया कही भी नहीं है।

दूर दूर तक माया का कोई अता पता नहीं था। लगभग रात हो चुकी थी यही कोई ( 8:00 ) बज रहे होंगे। और अँधेरा भी काफ़ी हो चुका था।

दूर दूर तक माया का कोई अता पता नहीं था। लगभग रात हो चुकी थी यही कोई ( 8:00 ) बज रहे होंगे। और अँधेरा भी काफ़ी हो चुका था।

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में और श्रुति उस वीराने में उन रूहानी ताकतों के बीच अकेले थे .... और हम काफी डरे हुए भी थे क्योंकि माया भी अब हमारे साथ नहीं थी ....

पर वो गयी कहाँ ... इसी सवाल के साथ हम उसे ढूँढने निकल गए .... इस उम्मीद में के शायद वो हमे मिल जाए और हमारा साथ दे।

चलते चलते हम उस वीराने के और अंदर तक पहुँच गए।  के तभी हमें कुछ दूरी पर ... एक बुज़ुर्ग व्यक्ति दर्द से कराहता हुआ नज़र आया।

' यार ये कौन है ,' श्रुति बोली।

' मुझे लगता है बेचारा आस पास के कोई गाँव का होगा और शायद इस चोट की वजह से यहाँ से निकल नहीं पाया। मेने कहा।

The Haunted Village #KULDHARA/indiaWhere stories live. Discover now