काफी देर हो चुकी थी , ना वो लोग ( माया और श्रुति ) मुझे ढूढ़ पा रहे थे और ना ही मैं उन्हें ।
मैं उस वीराने में न जाने कहाँ गुम हो गया था ... मुझे कुछ भी अंदाजा नहीं था कि इस वक्त में उस वीराने के किस मोड़ पर खड़ा हूँ ।
काफी देर तक चलने के बाद मेरी सांस चढ़ गयी और पैर जबाब देने लगे थे ।
सोचा .... थोड़ी देर यहीं पर आराम करने के बाद ... उन लोगों को ढूँढता हूँ ।
मेरा गला पूरा सूख चुका था ... और इस वक्त मुझे पानी की सख्त जरूरत थी।
आस पास नजर घुमाई .. पर कुछ साफ़ नजर नहीं आ रहा था ... अँधेरा काफी घना था ।
इस घने अँधेरे और सुनसान वीराने में दूर दूर तक मेरे अलावा कोई भी नहीं था ... मैं काफी डरा हुआ था ।
हिम्मत तो नहीं हो रही थी ... लेकिन फिर भी मैंने जैसे तैसे आगे बढ़ना चालू किया ।
कुछ दूर चलने के बाद ... लगभग 100 मीटर की दूरी पर मुझे कुछ जलता हुआ दिखाई दिया ।
मैं जल्दी ही उसके करीब पहुँचा तो उस छोटी सी आग के पास मुझे एक बड़ा अजीब किस्म का निशान दिखाई दिया ।
कुछ अजीब सा ही निशान था ... उल्टे " व " की आकृति जैसा लग रहा था ... मैं लगातार उसी निशान को देखे जा रहा था और उसके पीछे के रहस्य की कहानी जानने को बेहद उत्सुक था ।
मुझे इतना तो यकीन था की ... " हमारी इस लड़ाई का और इस निशान का कुछ तो सम्बन्ध है "
पर वो सम्बन्ध है क्या .... शायद इसी सवाल के जवाब मैं ही हमारी जीत छिपी हो ।
पता नहीं ... लेकिन जो कुछ भी हो ... इन सब के पहले मुझे माया और श्रुति का पता लगाना होगा ।
न जाने इस वीराने के किस मोड़ पर होंगे वो ।
Rohit Chourasiya
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The Haunted Village #KULDHARA/india
Horrorये कहानी शुरू होती है राजस्थान के एक रहस्यमय गांव कुलधरा से। ये गांव एक श्राप के कारण 178 सालों से वीरान पड़ा है। 5 दोस्त जो कुलधरा की ट्रिप पर जाते है और वहां जाकर एक बहुत बड़ी मुसीबत में फंस जाते हैं। Unme se ek m bhi tha. Socha nahi tha ki kabhi me...