ऐ खुदा , ये बता , में कोन हूँ ?
जिंदगी है धुँआ , में मौन हूँ ।साँसों से लिखता तेरा नाम हूँ ,
शायद छलका हुआ कोई जाम हूँ ।वो आवाज बस तेरे नाम की ,
अब ये दुनिया नहीं मेरे किसी काम की ।समुन्दर की लहरो सा में उठता हूँ ,
अंदर ही अंदर खुद के घुटता हूँ ।अब तो बता , ऐ खुदा , में कौन हूँ ,
धुँआ धुँआ ये जिंदगी और में मौन हूँ ।| Rohit Chourasiya |
आप पढ़ रहे हैं
#SADNESS
कवितानिज़ात दे मुझे तेरे जसितां इश्क़ से महरवा ए मुहब्बत में अब हार गया हूँ मैं । 【Categories】in Hindi #true love poem's #one sided love poem's #sad poem's #poem's with emotions #dil se nikli poetry #and much more. By - Rohit chourasiya