दूर शहर मैं पढ़ने आया ,
खुद से ही मैं लड़ने आया !
किस्सों की दुनिया से ओझल ,
सच को मैं समझने आया !नगमे टूटे , साज़ पुराने ,
सपने अपने बनाने आया !
दूर शहर मैं पढ़ने आया ...
ख़ुद से ही मैं लड़ने आया !【 ROHIT CHOURASIYA 】
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#SADNESS
Poetryनिज़ात दे मुझे तेरे जसितां इश्क़ से महरवा ए मुहब्बत में अब हार गया हूँ मैं । 【Categories】in Hindi #true love poem's #one sided love poem's #sad poem's #poem's with emotions #dil se nikli poetry #and much more. By - Rohit chourasiya
【दूर शहर 】
दूर शहर मैं पढ़ने आया ,
खुद से ही मैं लड़ने आया !
किस्सों की दुनिया से ओझल ,
सच को मैं समझने आया !नगमे टूटे , साज़ पुराने ,
सपने अपने बनाने आया !
दूर शहर मैं पढ़ने आया ...
ख़ुद से ही मैं लड़ने आया !【 ROHIT CHOURASIYA 】