【Indian Army special】

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                            【शहीद

चौखट पर बैठी थी अम्मा ,
इन्तजार में लाला के !
सामने बैठा था लाला ,
साथ गले में माला के !

ऊपर उसके लकड़ी थी ,
बरस रहे थे अंगारे !
देख सामने दुश्मन को ,
लाश भी मारे हुंकारे !

आओ सुनाऊँ तुमको ,
दास्ताँने शहादत !
जब देश के अपनों ने ही ,
की थी हमसे बगाबत !

घाटी वो कश्मीर की थी !
शहादत वो एक वीर की थी !!!

युवा मंडली की वो टोली ,
खेलने आई थी खून की होली !
वीर बहादुर इतना था वो ,
सीने पे खायी थी मौत की गोली !

आँखों में आँसू अम्मा के !
बापू रो रो कर हारा था !
बहन ये बोली बेचारी ,
अपनों ने क्यों भाई को मारा था !

शमशान में पड़ी वो उसकी राख ,
आज भी कुछ कहती है !
उसकी शहादत आज भी ,
गंगा नदी में बहती है !!!

खून के कतरे कतरे पर ,
लिखा नाम वतन का था !
जिया वो वतन के वास्ते ,
और मरा भी वो वतन पे था !

【 Rohit chourasiya 】

【 Rohit chourasiya 】

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