मोरे पिया की तीरे नजरियामोहे ज़ीने न दे
मोहे मरने न दे
मन मेरे यह पीड़ा जाने कौन
काली काली रातें बैरनीया
मोहे सोने न दे
नींद जागने न दे
मेरे दिल की धड़कनें सुने कौन
घने बादल हैं आंखों पे छाये
कैसी नज़र झुकाए
कैसी नज़र उठायें
अगन इस दिल की जाने कौन
हां भाग जाऊं कहां ऐ दुनिया
कहीं रास्ता नहीं
कोई वास्ता नहीं
दास्तां ए दिल सुकून जाने कौन
भीमपलासी
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अक़्स
General Fictionwinner of "Popular Choice Awards India 2019". in ** ( Poetry: Hindi )** "अक़्स" "REFLECTION" चला जाता हूँ जहाँ जहाँ तेरा अक़्स दिखाई देता है, छुपा लूँ जमाने से मैं कितना भी जख़्म दिखाई देता है! हम अपने दोस्तों को मिलनें चलें जाये क्यूँ बताओं...