चलते चलते यूँ मुड़ कर देखना तेरा अच्छा लगता है,
हसीन अदा ओं के सामने दिल मेरा बच्चा लगता है!कितनों ने चाहा और पुजा फ़िर भी ग़ौर न किया तुने,
न देखीं अमीरी न ग़रीबी मेरी तेरा प्यार सच्चा लगता है!देखा तुझको और लिखा भी किताब के हर पन्नों पर,
लेकिन हर पन्नों पर हर क़लाम मेरा कच्चा लगता है!
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अक़्स
General Fictionwinner of "Popular Choice Awards India 2019". in ** ( Poetry: Hindi )** "अक़्स" "REFLECTION" चला जाता हूँ जहाँ जहाँ तेरा अक़्स दिखाई देता है, छुपा लूँ जमाने से मैं कितना भी जख़्म दिखाई देता है! हम अपने दोस्तों को मिलनें चलें जाये क्यूँ बताओं...