हिन्दुस्तान में लोग आधुनिक होना नहीं, दिखना चाहते हैं!
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जो ठीक से व्यंग्य नहीं समझते ऐसे लोग अक्सर अर्थशास्त्र, राजनीति, इतिहास, और कूटनीति में खुद को अत्यंत निपुण साबित करने का ढोंग करते हुए पाए जाते हैं.
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देख तमाशा: लघु कथाओं का संग्रह
Short Storyरचना - देख तमाशा लेखक - आशुतोष मिश्रा देख तमाशा दरअसल दिल की डाइयरी जैसी है! जो अच्छा लगा, लिख दिया! ज़्यादा कुछ सोचा नहीं! यहाँ आपको लघु कथायें, विचार, कुछ कवितायें, कुछ गुदगुदाती बातचीत, कुछ अजीबोगरीब किस्से मिल सकते हैं! आशा है आपको यह सं...