5 | लत

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जिधर देखो उधर लत लगी हुई है! 

बीमारियों को दवाइयों की लत! 

घोटालों को नेताओं की लत! 

पगार को कटौती की, 

किस्मत को पनौती की,

इधर लत, उधर लत! 

धुएँ की लत, ठेके की लत! 

वादों की लत, वोटों की लत! 

दरअसल यह देश चल ही तरह तरह की लत से रहा है!


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