2 | नेता

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आपको पेट भरना है तो मुर्गी ले जाइए, दावत देनी है तो बकरा, और नेता बनना है तो गाय ले जाइए!


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कुर्सी पर बैठे नेता के लिए सच के आस पास मंडराती जनता से ज़्यादा ख़तरनाक कुछ भी नहीं है! 

हाँ - हाँ , एटम बॉम्ब भी नहीं! 

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जिस जनता ने बड़ा नेता बनाया अब वही बड़ा नेता जनता को बना रहा है! 


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देख तमाशा: लघु कथाओं का संग्रहWhere stories live. Discover now