धनपत: तुम मुझे यह बताओ की अगर एक दिन तुम्हारी नौकरी चली जाए -
गणपत: अच्छा
धनपत: और यह खबर सुनते ही तुम्हारी छोकरी भी चली जाए -
गणपत: अच्छा
धनपत: तो तुम्हे ज़्यादा दुख किस बात का होगा?
गणपत: मुझे दुख सिर्फ़ इस बात का होगा की फिलहाल मेरे पास दोनो ही नहीं है!
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देख तमाशा: लघु कथाओं का संग्रह
Short Storyरचना - देख तमाशा लेखक - आशुतोष मिश्रा देख तमाशा दरअसल दिल की डाइयरी जैसी है! जो अच्छा लगा, लिख दिया! ज़्यादा कुछ सोचा नहीं! यहाँ आपको लघु कथायें, विचार, कुछ कवितायें, कुछ गुदगुदाती बातचीत, कुछ अजीबोगरीब किस्से मिल सकते हैं! आशा है आपको यह सं...